जनवरी 2023 से Future & Options शेयरों की डिलीवरी T1 Settlement में करनी होगी। यह T+1 Rolling Settlement सेबी के सितम्बर 2021 दिशानिर्देशों के अनुसार हो रहा है।
T1 Settlement is Mandatory From January in F&O Segment
इक्विटी सेगमेंट को स्टॉक एक्सचेंज, क्लियरिंग कॉरपोरेशन और डिपॉजिटरी मिल कर संभालते हैं। इन तीनों की सहमति से और Securities and Exchange Board of India (SEBI) के सितम्बर 7, 2021 के दिशानिर्देशों के अनुसार शेयरों का जनवरी 2023 से T+1 में सेटलमेंट होगा। अभी तक यह सेटलमेंट T+2 में होता था। इसका प्रभाव ज्यादातर इक्विटी सेगमेंट में ट्रेड करने पर पड़ेगा। वायदा बाजार में, एक्सपायरी के दिन जो कॉन्ट्रैक्ट रोलओवर नहीं किया जायेगा, तो वे भी T1 Settlement में निपटाया जाएगा।
Step-by-Step Implementation of T+1 Settlement
25 फरवरी 2022 से चरणबद्ध तरीके से T+1 Rolling Settlement लागू हो चुकी है। सबसे पहले मार्किट कैपिटलाइज़ेशन में नीचे के पायदान पर मौजूद 100 शेयरों पर यह लागू की गई। इसके बाद, मार्च 2022 से, प्रत्येक महीने के अन्तिम शुक्रवार (Trade Day) को, सब से कम मार्किट कैपिटलाइज़ेशन वाले 500 शेयरों को इस T1 Settlement में शामिल किया जाने लगा। ये सिलसिला जनवरी 2023 तक जारी रहेगा।
Derivative Stock to be included from January 2023
कार्यक्रम के अनुसार, जिन शेयरों पर फ्यूचर्स और ऑप्शंस (Derivative) उपलब्ध हैं, उन्हें दो समूहों यानि दिसंबर 2022 और जनवरी 2023 में T1 Settlement में परिवर्तित किया जाना था। लेकिन बाजार सहभागियों के लिए परिचालन दक्षता और आसानी लाने के लिए, अब यह निर्णय लिया गया है, कि सभी स्टॉक जिन पर डेरिवेटिव अनुबंध उपलब्ध हैं, उन्हें दो अलग-अलग समूहों के बजाय एक ही बार में, यानी जनवरी 2023 से T1 Settlement में शामिल कर दिया जाएगा।
What is T+2 Settlement
अभी तक अगर आप कोई शेयर खरीदते थे तो आपको इसकी डिलीवरी आपके डीमैट अकाउंट में तीसरे दिन मिलती थी। इसे T+2 Settlement कहा जाता था। यहाँ ‘T’ का मतलब लेन-देन करने का दिन (trading day) और +2 का मतलब तीसरा दिन है। उदाहरण के लिए अगर आप ने कोई शेयर सोमवार को खरीदा तो आपको इसकी डिलीवरी बुधवार को मिलती है। अगर कोई ट्रेडिंग की छुट्टी हो, तो उस दिन को शामिल नहीं किया जाएगा। अगर मंगलवार की छुट्टी हो तो आपको गुरुवार को डिलीवरी मिलेगी। ऐसे ही, अगर आप शेयर बेचते हैं तो आपको तीसरे दिन तक डिलीवरी देनी होती है।
What is T+1 Settlement
अब इस को T+1 Settlement किया जा रहा है। जनवरी 2023 से वायदा बाजार में शामिल प्रतिभतियों को इसमें शामिल किया जायेगा। इससे आपको, शेयर खरीदने पर डिलीवरी दूसरे दिन ही मिल जाएगी यानि अगर आप ने सोमवार को कोई शेयर खरीदा तो मंगलवार को ये आपके डीमैट अकाउंट में आ जायेगा। ऐसे ही शेयर बेचने पर, आपको अगले दिन डिलीवरी देने होगी।
Benefits of T+1 Settlement
SEBI के इस फैसले से बाजार में धन परिसंचरण (Money Circulation) के बेहतर होने की उम्मीद है। T1 Settlement में, जहाँ डिलीवरी एक दिन जल्दी जाएगी, तो पैसे भी एक दिन जल्दी आएंगे। आपको बस इस बात का ध्यान रखना है कि आप ब्रोकर को POA दे कर रखें या SPEED-e का प्रयोग करें, तो आपको कोई दिक्क्त नहीं होगी।
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