NSE ने HDFC और HDFC बैंक के विलय से होने वाली परेशानी को देखते हुए बदली निफ़्टी इंडेक्स की कार्यप्रणाली (Nifty Index Methodology). आइए जाने क्या हैं बदलाव।
Why Change in Nifty Index Methodology
HDFC बैंक का HDFC Ltd. से मर्जर होने वाला है। विलय के बाद इस कम्पनी का नाम HDFC Bank होगा। HDFC के 100 शेयर के बदले HDFC बैंक के 168 शेयर मिलेंगे। अभी HDFC बैंक की निफ़्टी इंडेक्स में Weightage 8.61% और HDFC Limted की 5.81% है। मर्जर के बाद, ये निफ़्टी की सबसे बड़ी कम्पनी बन जायगी। किन्तु अभी के नियम के अनुसार जिस दिन शेयर धारकों की मंजूरी इस विलय को मिल जायगी, उस दिन से HDFC Limted निफ़्टी इंडेक्स से बाहर हो जायेगा।
जितने भी म्यूच्यूअल फण्ड निफ़्टी इंडेक्स का अनुसरण करते हैं उनको HDFC Limted के शेयरों को बेचना पड़ेगा। इसकी कुल कीमत 1.3 से 1.5 बिलियन डॉलर तक हो सकती है। इससे HDFC और Nifty Index में बहुत ज्यादा उतार चढ़ाव होगा। इस सब को देखते हुए, NSE ने विलय के लिए निफ़्टी इंडेक्स की कार्यप्रणाली (Nifty Index Methodology) में बदलाव किए हैं।
Existing Nifty Index Methodology in Case of Merger
अभी की निफ़्टी इंडेक्स की कार्यप्रणाली (Nifty Index Methodology) के अनुसार, अगर किसी कम्पनी का विलय को शेयर धारकों की मंजूरी मिल जाती है, तो इस शेयर को इंडेक्स में से निकाल दिया जायेगा और उसकी जगह दूसरा शेयर इंडेक्स में शामिल किया जायेगा। 25 नवंबर 2022 को शेयरधारकों की मंजूरी के लिए बैठक है।
शेयर धारकों की मंजूरी के बाद, विलय पूरा होने तक HDFC Ltd में ट्रेड होगा लेकिन ये निफ़्टी इंडेक्स का हिस्सा नहीं रहेगा। जब मर्जर की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी और विलयित इकाई (Merged entity) के शेयर भी ट्रेड करना शुरू कर देंगे तब HDFC Bank का Weitage दोबारा से बढ़ जायेगा।
इससे, ETF और Passive Mutual Funds को पहले HDFC Ltd के शेयर बेचने पड़ेंगे और मर्जर की प्रक्रिया पूरी होने के बाद जब HDFC Bank का weitage बढ़ जायेगा तब दोबारा खरीदने पड़ेंगे।
अगर विलयित इकाई के शेयर जो कि विलय होने वाली कम्पनी के शेयरधारकों को आवंटित किए जायेंगे वे विलयित इकाई के शेयरों की 5% की संख्या से ज्यादा हों, तो इन शेयरों को Market Capitalization के लिए आवंटित तिथि से उस महीने के अंत तक नहीं गिना जायेगा।
New Nifty Index Methodology
नए नियम के अनुसार मर्जर की स्थिति में HDFC Limited (Transferor company) को Ex-Date से एक दिन पहले इंडेक्स से हटा दिया जाएगा। इसके साथ ही, HDFC Bank (Acquirer) की Weitage को उसी दिन बढ़ा दिया जाएगा। क्योंकि अब निफ़्टी में 49 शेयर रह जायेंगे, इसलिए जो नया शेयर इंडेक्स में HDFC Limited की जगह लेगा, उसे भी चुना जाएगा ताकि निफ़्टी इंडेक्स के 50 शेयर पूरे हो जाएँ। Ex-Date से तीन दिन पहले निवेशकों को इसकी जानकारी दी जायगी।
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